नाटक शिकारगाह का मंचन मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में
भोपाल । जनजातीय संग्रहालय की अभिनयन श्रृंखला के तहत शुक्रवार को नाटक शिकारगाह का मंचन हुआ। इम्तियाज अहमद बगथ (कश्मीर) के निर्देशन में हुई यह प्रस्तुति भाण्ड पाथेर शैली में मंचित की गई। नाटक की अवधि लगभग 458 मिनट थी। नाटक में दिखाया गया कि एक लकड़हारा शिकारी से शेर की रक्षा करता है और जंगल, जल व पर्यावरण की सुरक्षा व बेहतरी के लिए हमेशा तत्पर रहता है। लकड़ारे के इन गुणों को देखकर उस राज्य का राजा उसे जंगल का संरक्षक नियुक्त कर देता है। नाटक दिखाता है कि ईमानदारी का फल एक न एक दिन मिलता ही है।
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